बर्धमान-दुर्गापुर कांग्रेस नेता राहुल गांधी वायनाड के अलावा रायबरेली से भी लोकसभा चुनाव लड़ने वाले हैं। अटकलें लगाई जा रही थी कि वो अमेठी से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन कांग्रेस ने अमेठी से किशोरी लाल (केएल) शर्मा को टिकट दिया है। राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव न लड़ने पर पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसा है।
पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के बर्धमान-दुर्गापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल रायबरेली से रास्ता खोज रहे हैं इसलिए राहुल भागकर रायबरेली पहुंच गए। पीएम मोदी ने आगे कहा,”राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ने से डर रहे हैं। उनके चेले कह रहे हैं कि अमेठी आएंगे। राहुल गांधी से कहता हूं कि डरो मत, भागो मत।”
पीएम मोदी ने आगे कहा,”मैंने पहले ही ये भी बता दिया था कि शहजादे वायनाड में हार के डर से अपने लिए दूसरी सीट खोज रहे हैं। अब इन्हें अमेठी से भागकर रायबरेली सीट चुननी पड़ी है। ये लोग घूम-घूम कर सबको कहते हैं – डरो मत! मैं भी इन्हें यही कहूंगा – डरो मत! भागो मत!”
कांग्रेस देश को बांटने के लिए चुनाव लड़ती है: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा,”कांग्रेस इस बार पहले से भी कम सीटों पर सिमटने जा रही है। अब देश भी समझ रहा है कि ये लोग चुनाव जीतने के लिए नहीं लड़ रहे हैं, ये सिर्फ देश को बांटने के लिए चुनाव के मैदान का उपयोग कर रहे हैं।”
मैं 140 करोड़ देशवासियों की सेवा करता हूं: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा,”मैं मौज-मस्ती करने के लिए पैदा नहीं हुआ हूं, मैं खुद के लिए जीना नहीं चाहता हूं। मैं तो आपकी सेवा का संकल्प लेकर, महान भारत माता के 140 करोड़ देशवासियों की सेवा करने के लिए निकलता हूं।”
पीएम मोदी का विपक्ष पर वार
कांग्रेस, लेफ्ट, तृणमूल के पास विकास का कोई विजन नहीं है। यह समाज और देश को बांटना चाहते हैं। तभी तो टीएमसी के एक विधायक धमकी देते है कि हिंदुओं को दो घंटा में भागीरथी में बहा देंगे। यह कैसी भाषा है, बंगाल में हिंदुओं के साथ यह क्या हो रहा है। हिंदुओं को दोयम दर्जे के नागरिक बना दिया है। जय श्री राम बोलने पर इन लोगों को बुखार आ जाता है, इन्हें राम मंदिर, रामनवमी की शोभा यात्रा से आपत्ति है।
इंडी गठबंधन के नेता वोट जिहाद की बात करते है। असल में यह लोग धर्म के नाम पर आरक्षण करना चाहते हैं। ये एससी, एसटी, ओबीसी के हक को छीनकर मुसलमानों को देना चाहते हैं। क्योंकि गरीब, दलित, आदिवासी जो 50-60 साल तक इनके साथ थे, अब मोदी के साथ आ गए हैं तो उन्हें सजा देना चाहते हैं।